हर साल बजट के साथ सरकार नई नीतियां और नियमों की घोषणा करती है, और 1 फरवरी 2025 से बैंक लोन के लिए भी कुछ अहम बदलाव किए गए हैं। इन बदलावों का असर होम लोन, गाड़ी लोन, पर्सनल लोन, और अन्य सभी प्रकार के लोन पर पड़ेगा। इस आर्टिकल में हम आपको उन 10 नए नियमों के बारे में विस्तार से बताएंगे जो 1 फरवरी 2025 से लागू होने वाले हैं।
1. लोन पर ब्याज दरों में परिवर्तन
1 फरवरी 2025 से ब्याज दरों में कुछ बदलाव किए गए हैं। सरकार ने MCLR (Marginal Cost of Lending Rate) के आधार पर ब्याज दरों की समीक्षा की है। यह बदलाव होम लोन, गाड़ी लोन और पर्सनल लोन जैसे लोन उत्पादों के लिए महत्वपूर्ण होगा। इसके तहत, अब बैंक ग्राहकों की क्रेडिट रेटिंग और आर्थिक स्थिति के हिसाब से ब्याज दरें तय करेंगे, जिससे अच्छे क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को कम ब्याज दरों का लाभ मिलेगा।
2. लोन की पात्रता के लिए कड़ी क्रेडिट स्कोर आवश्यकताएँ
अब बैंकों में लोन लेने के लिए क्रेडिट स्कोर को अधिक महत्व दिया जाएगा। 1 फरवरी 2025 से लोन के लिए CIBIL स्कोर को 750 से ऊपर होने की आवश्यकता होगी। जिन ग्राहकों का क्रेडिट स्कोर 750 या उससे कम होगा, उन्हें लोन मिलने में कठिनाई हो सकती है, या उन्हें अधिक ब्याज दर पर लोन मिल सकता है।
3. डिजिटल लोन प्रक्रिया को प्राथमिकता
अब बैंक डिजिटल माध्यम से लोन आवेदन और स्वीकृति प्रक्रिया को और भी सुगम और त्वरित बनाएंगे। 1 फरवरी से ग्राहकों को मोबाइल ऐप्स और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से लोन प्राप्त करना और आवेदन करना आसान होगा। इससे ग्राहकों को घर बैठे ही लोन की प्रक्रिया पूरी करने में आसानी होगी।
4. गाड़ी लोन पर नई डाउन पेमेंट नीति
1 फरवरी से गाड़ी लोन लेने के लिए बैंकों ने डाउन पेमेंट की शर्तों में बदलाव किया है। अब आपको गाड़ी की कुल कीमत का 20% डाउन पेमेंट के रूप में देना होगा। इससे लोन की पात्रता और EMI की राशि पर असर पड़ेगा, लेकिन यह सुनिश्चित करेगा कि ग्राहक लोन लेने में सक्षम हैं और उनके पास पहले से कुछ राशि बची हुई है।
5. होम लोन के लिए स्टेट बैंक के नए नियम
1 फरवरी से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने होम लोन के लिए नए नियम लागू किए हैं। अब SBI ग्राहकों को प्रॉपर्टी की प्री-एप्रूवल लेने के बाद लोन स्वीकृत करेंगे। साथ ही, होम लोन के लिए बैंक ने ईएमआई की लचीलापन को बढ़ाया है, ताकि ग्राहक अपनी आवश्यकताओं के अनुसार लोन अवधि को बढ़ा सकें या घटा सकें।
6. पर्सनल लोन के लिए कम ब्याज दरें
1 फरवरी से पर्सनल लोन पर कम ब्याज दरें लागू की गई हैं। खासतौर पर उन ग्राहकों के लिए जिनका आधार कार्ड और क्रेडिट स्कोर अच्छा है। इसके अलावा, बैंक से अधिक EMI अवधि मिलने से ग्राहकों को अपनी लोन चुकाने में आसानी होगी। इस बदलाव से पर्सनल लोन लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया और भी आसान हो गई है।
7. ब्याज दरों की फ्लोटिंग रेट पर अधिक जोर
अब बैंकों में लोन पर फ्लोटिंग ब्याज दरें ज्यादा आम हो जाएंगी। इसका मतलब है कि ब्याज दरें बाजार के हालात के अनुसार बढ़ सकती हैं या घट सकती हैं। ग्राहकों को यह विकल्प दिया जाएगा कि वे अपनी फिक्स्ड रेट की बजाय फ्लोटिंग रेट पर लोन प्राप्त करें, जो उन्हें ब्याज दरों के परिवर्तन का फायदा उठा सकता है।
8. ऋण चुकाने में अधिक लचीलापन
अब लोन चुकाने के लिए ग्राहकों को लचीलापन मिलेगा। ग्राहक EMI की तारीखों में बदलाव और अपनी ईएमआई की अवधि को बढ़ाने की सुविधा का उपयोग कर सकेंगे। बैंक ग्राहकों को दी जाने वाली विशेष सुविधाओं के तहत लोन चुकाने के लिए उन्हें कई विकल्प देंगे।
9. लोन वसूली के नए नियम
अब बैंक लोन वसूली के दौरान ग्राहक अधिकार को ध्यान में रखेंगे। अगर कोई ग्राहक लोन चुकाने में असमर्थ है, तो बैंक को पहले बैंकिंग काउंसलिंग के माध्यम से समाधान खोजने की कोशिश करनी होगी। इसके बाद ही बैंक लोन वसूली की प्रक्रिया शुरू करेगा।
10. कृषि लोन में ब्याज दरों में कमी
सरकार ने कृषि लोन पर ब्याज दरों में कमी का प्रस्ताव रखा है। इसके तहत कृषि ऋण लेने वाले किसानों को अब कम ब्याज दरों पर लोन मिलेगा। इससे किसानों के लिए कृषि क्षेत्र में निवेश और लघु व्यवसाय करने में सहायता मिलेगी।
निष्कर्ष
1 फरवरी 2025 से लागू होने वाले ये 10 नए नियम होम लोन, गाड़ी लोन, पर्सनल लोन और अन्य सभी बैंक लोन पर असर डालेंगे। ग्राहकों को इस बदलाव के बारे में जागरूक रहना चाहिए, ताकि वे अपनी लोन प्रक्रिया को सही ढंग से समझ सकें और लाभ उठा सकें। अगर आप लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो इन नए नियमों का पालन करके आप अपने लोन के फायदे को अधिकतम कर सकते हैं।